Books

The Perfect Ones – 2015

When on a spiritual quest, what if you come to know that there are Archangels, Angels, Perfect Masters, Saints, Sages, Celestial, Terrestrial and physical beings who guide all seekers on the Path? Like a parent leading a child. We call these guides the Oneness Family, The Perfect Ones. The Perfect Ones, is a collection of …

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सलाखों की परछाइयाँ – २०१४

‘सलाखों की परछाइयाँ’ के माध्यम से भारतीय जेलों में रह रहे मां और बच्चे पर भावनात्मक रूप से प्रकाश डाला गया है। भारत के कई जेलों का दौरा करके लेखक ने वहां पर रह रही महिला कैदियों और उनके बच्चों से मुलाकात की है।इस मुलाकात के दौरान कैदियों की स्थिति,असुरक्षा,खुशी,उम्मीद और सपनों को उनके साथ …

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द फ़क़ीर: द जर्नी कन्टीन्यूज़ – २०१४

यह उपन्यास रूज़बेह एन.भरुचा के प्रसिद्ध अंग्रेज़ी उपन्यास ‘द फ़क़ीर: द जर्नी कन्टीन्यूज़…’ का सरल हिन्दी रूपान्तरण है,  जो मृत्यु के बाद जीवन को खोजती है।  इस कहानी में हास्य-विनोद एवं बहुत सरल तरीक़े से बताया गया है कि कैसे हम प्रार्थना की शक्ति के जरिए आत्मिक जगत में भी अपने देवदूतों, फ़रिश्तों, मार्गदर्शक़ों, मित्रों, …

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Rabda My Sai…My Sigh – 2014

“SAI BABA IN EVERY BREATH…” Rabda has attempted suicide and chances are that he is going to die. Sai Baba of Shirdi enters the hospital room and awakens the spirit body of Rabda. The two, Master and musician, begin to converse about life, death and everything in between. Set in the present, Rabda takes the …

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फ़क़ीर – २०१३

” गुरु गाेविन्द दाेऊ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरु आपने, गोविन्द दिया बताय।। ”  गुरु और गोविन्द दोनों खड़े हैं।मैं किसका चरण स्पर्श करूं? गुरु जी ही बलिहारी हैं, जिन्हाेंने मुझे परमात्मा का पता बता दिया है। यह उपन्यास रुज़बेह एन.भरुचा के प्रसिद्ध अंग्रेज़ी उपन्यास ‘द फ़क़ीर’  का सरस हिन्दी रूपान्तरण  है, जिसमें न केवल गुरु की महिमा,वरन …

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